Kavi Sinh
महाकवि सिंह
महाकवि सिंह संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश और देशी भाषा के प्रकांड विद्वान थे। इनके पिता का नाम अल्हण पंडित था, जो संस्कृत और प्राकृत भाषा के प्रकांड पंडित थे। कवि सिंह की मां का नाम जिनमती था। कवि सिंह प्रकांड विद्वान, 4 भाषाओं के ज्ञाता और आशु कवि थे। इनका समय 12 वीं शताब्दी के अंत में और 13वीं शताब्दी के प्रारंभ में माना गया है। इनकी एकमात्र रचना प्रद्युम्न चरित प्राप्त है, इसमें 24 कामदेव में से 21 में कामदेव श्रीकृष्ण के पुत्र प्रद्युम्न कुमार के चरित्र को बताया गया है। इसमें 15 संधियां हैं। यह ग्रंथ अतिरोचक और पठनीय है।